मुंगेली गर्मियों के चलते लगातार जलसंकट हर किसी के लिए चुनौती बन गया है, जिसमें मनुष्य के साथ-साथ पशु और पक्षी भी पानी के लिए भटक रहे हैं। मंगलवार को इस संकट की एक दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई, जब एक झुंड बंदरों को पानी की तलाश में ग्राम पंचायत बेलखुरी के एक स्कूल के पास टोटी से टपकते पानी को पीते हुए देखा गया।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश कुमार राजपूत ने बताया कि बंदरों का झुंड गर्मी में पानी की तलाश में गांव में आ रहा है। यह सिर्फ बंदरों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि गर्मी के मौसम में अधिकांश तालाब और बांध सूखने की कगार पर हैं, जिससे पानी की गंभीर कमी हो रही है। पानी की आवश्यकता सिर्फ इंसान की ही नहीं, बल्कि पशु और पक्षियों की भी होती है। जब मनुष्य को प्यास लगती है तो वह आसानी से कहीं से भी पानी मांग सकता है, लेकिन जानवरों और पक्षियों को इस तपती गर्मी में पानी के लिए भटकना पड़ता है। जल संरक्षण की जरूरत को समझते हुए सुरेश कुमार राजपूत ने कहा कि हमें जितनी आवश्यकता हो उतने ही पानी का उपयोग करना चाहिए और जल संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
राजपूत ने आगे कहा कि गांव में अधिकांश तालाब सूख चुके हैं और पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। जल संरक्षण के प्रयासों को बढ़ाने के लिए यह समय की आवश्यकता है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे जल संरक्षण के प्रति जागरूक हों और दूसरों को भी प्रेरित करें।



















































