
मुंगेली— जिले में वट सावित्री व्रत के अवसर पर सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य की कामना के साथ पूरे श्रद्धा भाव से निर्जला उपवास रखा। प्राचीन परंपरा के अनुसार, महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा की, परिक्रमा की और मौली धागा बांधकर मंगलकामना की। सुबह से ही विवेकानंद वार्ड सहित पूरे क्षेत्र में वट वृक्षों के नीचे महिलाओं की भीड़ देखने को मिली। पारंपरिक वेशभूषा में सजी-धजी महिलाओं ने श्रद्धा और भक्ति से पूजन किया। इस अवसर पर विवेकानंद वार्ड की पार्षद श्रीमती अर्चना सत्तू देवांगन ने कहा, “आज के दिन सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण वापस लाए थे। तभी से यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुहाग की रक्षा के लिए करती आ रही हैं।” ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को रखे जाने वाले इस व्रत में महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं और वट वृक्ष के नीचे सावित्री-सत्यवान की कथा सुनती हैं। पूरे जिले और आसपास के क्षेत्रों में वट सावित्री पूजा को लेकर विशेष उत्साह और भक्ति का माहौल देखने को मिला।


